अमेरिका द्वारा यूक्रेन को रूस पर अमेरिकी मिसाइलें दागने की अनुमति दिए जाने से तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा रूसी धरती पर सीधे हमले के लिए यूक्रेन द्वारा अमेरिकी हथियारों का उपयोग करने पर प्रतिबंध हटाए जाने के बाद रूस ने पश्चिम पर ‘तनाव में वृद्धि के एक नए दौर में प्रवेश करने’ का आरोप लगाया है। दो अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि व्हाइट हाउस, अमेरिकी सेना और विदेश विभाग के अधिकारियों द्वारा बंद दरवाजों के पीछे यूक्रेन द्वारा हथियारों के उपयोग पर चर्चा करने के बाद अमेरिका ने प्रतिबंध हटा दिए हैं।
यूक्रेन को इन अमेरिकी हथियारों का उपयोग केवल उत्तर-पूर्वी खार्किव क्षेत्र की रक्षा के लिए करने की अनुमति होगी, जो वर्तमान में क्षेत्र पर नियंत्रण के लिए चल रहे संघर्ष का गवाह बन रहा है।
रूस अमेरिका के इस फैसले की खबर से बहुत नाराज है जिसके बाद उसने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव पर हमला किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और दो बच्चों सहित 23 अन्य घायल हो गए। अमेरिका ने पश्चिमी देशों के साथ मिलकर यूक्रेन की इस दलील का काफी हद तक विरोध किया है कि उसे रूसी ठिकानों पर पश्चिमी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए क्योंकि उसे चिंता है कि इससे नाटो इन दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष के बहुत करीब आ जाएगा।
लेकिन गुरुवार को प्राग में होने वाली नाटो बैठक से पहले ब्लॉक के प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने बार-बार कहा था कि अब समय आ गया है कि नाटो सदस्य रूस के अंदर हमलों की सीमाओं पर पुनर्विचार करें। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इस सप्ताह इस बात पर जोर दिया था कि यूक्रेन को रूस में उन ठिकानों को ‘निष्प्रभावी’ करने की अनुमति दी जानी चाहिए, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन पर हमले करने के लिए किया जाता है।
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ नाटो के इस विचार के प्रति चुप्पी बनाये रखी , यद्यपि उनके देश ने गुरुवार को ही यूक्रेन को 500 मिलियन यूरो (£426 मिलियन) मूल्य की सैन्य सहायता का नया पैकेज देने का वादा किया है।
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