कहते हैं कि अगर होंसला बुलंद हो तो इंसान कठिन से कठिन परिस्थितियां से झुझते हुए भी अपनी मंज़िल प्राप्त कर लेता है और अगर वो आज का युवा हो फिर तो इन युवाओं की कड़ी मेहनत और लगन के आगे समय भी नतमस्तक हो जाता है जैसे हरियाणा के रेवाड़ी के एक टैक्सी ड्राइवर के बेटे शिवम ने बिना कोचिंग के तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर सभी तो चौंका दिया ।
उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में 457वीं रैंक हासिल कर परिवार का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनके पिता एनसीआर में टैक्सी चलाते हैं . बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजारा होता था, हालात ऐसे हो गए थे की 2 साल पहले उन्हें अपनी टैक्सी बेचनी पड़ी थी।
उनकी मां कमलेश घर में ट्यूशन पढ़ाया करती थीं उन्होंने अपने बच्चों के अंदर पड़े के प्रति लगन और रूचि बनाये रखी शायद अपनी माँ के कारन ही शिवम को घर में आर्थिक तंगी होते हुए भी पढ़ाई का माहौल मिला , लेकिन शिवम ने भी कभी आर्थिक स्थिति को अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया।
शिवम ने अपनी स्कूली शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय से प्राप्त की और आईआईटी गुवाहटी से सिविल इंजीनियरिंग की है। उसे तीसरे प्रयास में उक्त सफलता मिली है। उसने बिना कोचिंग के इस मुकाम को हासिल किया है। शिवम की दो बहनें भी हैं, जो सरकारी स्कूल में अध्यापिका हैं।
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