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मानसिक स्वस्थ्य का महत्व

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Lets be Social Responsible

होली के दिन शिवमोग्गा (कर्नाटक) जिले के सागर तालुक के यदेहल्ली गांव में एक 16 साल के लड़के ने अपने घर पर छत के पंखे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि उसे एसएसएलसी परीक्षाओं में शामिल होना था, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि क्या वह परीक्षाओं के कारण तनाव में था या किसी और वजह से उसने यह कदम उठाया।
यह खबर सुनकर मन दुखी हो गया है। किसी भी युवा की जान को खोना दुखद है, खासकर जब उसकी उम्र सिर्फ 16 साल हो। यह सोचकर दिल दहल जाता है कि एक बच्चा जो अभी जिंदगी की शुरुआत में है, उसने ऐसा कदम क्यों उठाया , किस मानसिक पीड़ा ने उसे ऐसा करने पर मजबूर कर दिया।

उसके परिवार को तो इस दुख को सहना ही पड़ा होगा, लेकिन इसके साथ ही उनके मन में एक अजीब सा सवाल भी होगा – क्यों? ऐसा क्या हुआ था जो उस बच्चे को जो उसको इतना उदास कर गया कि उसने आत्महत्या कर ली।

उसके दोस्त, परिवार और समाज में इस त्रासदी में साझा दुख है। ये तो तय है कि वह किसी तनाव या दबाव का शिकार था, शायद कुछ और बातें थीं जो हमें पता नहीं हैं। लेकिन इस दुख को भुलाना मुमकिन नहीं है।

 हमें अपनी भावनाओं को अच्छी तरह से समझना और स्वीकार करना चाहिए, चाहे वह खुशी हो या दुःख

हमें सबको बहुत समझदारी से संज्ञान में लेना चाहिए कि हमे हमारे बच्चों के साथ कैसे बर्ताव करें और उन्हें समर्थन और प्रेरणा कैसे दें, और सबसे महत्वपूर्ण उनके मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल कैसे करें। यह एक अपेक्षा है कि हम सभी इस दुखद घटना से कुछ सिखें और इसे नहीं भूलें।

यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि हमें अपने आस-पास के लोगों की सुनने और समझने की जरूरत है। कभी-कभी, हम लोग अपने दुखों और चिंताओं को दूसरों से छिपाते हैं, और वहाँ किसी ने हमें आवाज़ देने का मौका ही नहीं देता।

लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि हम अकेले नहीं हैं। हमारे चारों ओर लोग हैं जो हमें समर्थन देने के लिए तैयार हैं। हमें उनके साथ बातचीत करनी चाहिए, उन्हें अपनी मुश्किलों के बारे में बताना चाहिए, और उनमे से कुछ खास ऐसे विश्वास पात्र लोग होते हैं जिनके साथ हमे एक ऐसा आपसी गहरा संबंध बनाना चाहिए ताकि हम खुल के अपनी परेशानियों को उनके साथ सांझा कर सके ताकि कोई भी बड़ी से बड़ी समस्या भी हमे मानसिक तनाव की गिरफ्त में न डाल दे।

इस दुखद घटना को देखते हुए हमें समाज के हर व्यक्ति को साथ मिलकर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझना है। हमें उन लोगों का साथ देना चाहिए जो मानसिक तनाव या दबाव में हैं और उन्हें अपने आस-पास के संसाधनों का उपयोग करने में मदद करना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमें अपने मन की सुनना और समझना चाहिए, उसकी आवाज़ को सुनना और उसके साथ संवाद करना चाहिए। हमें अपनी भावनाओं को अच्छी तरह से समझना और स्वीकार करना चाहिए, चाहे वह खुशी हो या दुःख।

मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल में समर्थन का बहुत महत्व है। हमें अपने परिवार, दोस्तों और समाज के साथ खुले दिल से बातचीत करनी चाहिए। हमें अपने आस-पास के लोगों का साथ देना और उनके साथ समय बिताना चाहिए।साथ ही, हमें अपने शारीरिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ आहार लेना, और पर्याप्त आराम लेना मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।हमें खुद के साथ प्यार और समझदारी से व्यवहार करना चाहिए। हमें अपने अंदर के तनाव और चिंताओं को शांति और सुकून के साथ संभालना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और हमें इसे हमेशा महत्व देना चाहिए।
आखिरकार, हमें यह समझना चाहिए कि जीवन अनमोल है, और हमें इसे सम्मान और संरक्षण के साथ जीना चाहिए। इस दुखद घटना से हमें यह सिखना चाहिए कि हमें अपने आप की और दूसरों की देखभाल करनी चाहिए, ताकि हम सभी एक स्वस्थ, सकारात्मक और समृद्ध समाज में रह सकें।

अस्वीकरण: लेखक की सर्वोत्तम जानकारी के अनुसार, यह लेख सटीक और सत्य है। सामग्री का उपयोग व्यवसाय, वित्त, कानून या प्रौद्योगिकी के विषयों में किसी वकील या अन्य योग्य सलाहकार से परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। यह केवल सूचनात्मक या मनोरंजक कारणों से है

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